Shri Balmukund Sevashram Annakshetra & Keshav Goushala - Pandharpur
महाराष्ट्र का सबसे बड़ा तीर्थ पंढरपुर जहाँ भगवान विट्ठल रुक्मिणीसंग विराजमान है| इसी तीर्थ क्षेत्र पंढरपुर कीसबसे प्राचीन व प्रथम गौशाला और अन्नक्षेत्र नागोरिया मठ के द्वारा संचालित है |आश्रमभगवान के सम्मुखऔरचन्द्रभागा नदी के किनारेहै | और यहाँ मठ की विशाल गौशाला है, प्रति वर्ष आषाढ़ी एकादशी पर पंढरपुर में भगवान पांडुरंग के दर्शन के लिएविशाल मेला लगता है | भारत के विभिन्न प्रांतों से , लगभग २५,००,s००० लोग पंढरीनाथ के दर्शन करने आते है, इस मेले में आचार्य श्री के द्वारा समस्त भक्तों को प्रेरणा देकर व संस्था के द्वारा यात्रियों के लिए ओषधि वितरण , यात्रियों के ठहरने और भोजन व्यवस्था में सहभागिता रखकर व्यवस्था की जाती है | गर्मियों में बालमुकुंद सेवाश्रम और केशव गौशाला द्वारा बस स्टैंड पर व शहर में अनेक जगह प्याऊ का निर्माण करवाकर तीर्थयात्रियों के लिए पानी की व्यवस्था की जाति है |